PE यानी प्राइस टु अर्निंग रेशियो से पता चलता है कि कोई शेयर या इंडेक्स कितना सस्ता या महंगा है.
रियल्टी सेक्टर में PE इनफ्लो एक साल पहले के जुलाई-सितंबर में 38.5 करोड़ डॉलर था और ये इससे पिछली तिमाही में करीब 90 करोड़ डॉलर पर था.